Moong Ki Unnat Kism : मूंग की इस किस्म में नहीं होता पीला मोजेक रोग का प्रकोप, 12 क्विंटल तक देती है उत्पादन

Moong Ki Unnat Kism : फसलों के बंपर उत्पादन के लिए सही किस्म का चयन और उस किस्म का गुणवत्तापूर्ण बीज तलाश करना सबसे ज्यादा जरुरी होता है। यह दोनों काम यदि नहीं किए गए तो फिर बाद में कितना भी परिश्रम और पैसा खर्च दिया जाए तो भी कोई लाभ नहीं मिलता है।

जागरूक किसान भी इस बात का खास ध्यान रखते हैं। वे बुआई के पहले ही कृषि वैज्ञानिकों से इस बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर लेते हैं। ऐसे ही एक जागरूक किसान ने मूंग की फसल को लेकर कृषि वैज्ञानिक डॉ. सीजे सिंह से मार्गदर्शन प्राप्त किया। इस पर डॉ. सिंह ने उन्हें विस्तृत जानकारी प्रदान की।

किसान द्वारा डॉ. सिंह से पूछा गया था कि मूंग में पीडीएम-139 और बंशी गोल्ड में कौनसा बीज अच्छा है और हम हाथ से फेंक कर बोअनी कर सकते हैं क्या? इस पर डॉ. सिंह ने विस्तार से जानकारी दी है जो कि अन्य किसानों के लिए भी बेहद लाभप्रद है।

पीडीएम-139 की यह विशेषताएं (Moong Ki Unnat Kism)

डॉ. सिंह ने बताया कि पीडीएम-139 मूँग की किस्म शासकीय रूप से अधिसूचित किस्म है तथा किसानों के द्वारा प्रयोग की गई किस्म है। यह किस्म पीला मोजैक रोग के लिये प्रतिरोधी किस्म है। जिसका उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।

स्वविवेक से लें किसान निर्णय (Moong Ki Unnat Kism)

वहीं बंसी गोल्ड मूँग की किस्म एक प्राइवेट कंपनी की किस्म है। जिसके बारे में कुछ भी कहना कठिन है। शासकीय तथा प्राइवेट किस्म के बीच में कौन सा बीज प्रयोग करें, इस बात का निर्णय आपको अपनी विवेक के अनुसार ही करना होगा।

बीज लेते समय यह ध्यान रखें (Moong Ki Unnat Kism)

डॉ. सिंह के अनुसार इस बात का ध्यान जरूर रखें कि बीज की खरीदी पक्की रसीद पर प्रतिष्ठित दुकान से ही करें। बीज की खरीदी कच्ची रसीद पर नहीं करें अन्यथा धोखा हो सकता है।

इस तरह करें अंकुरण की जांच (Moong Ki Unnat Kism)

बीज को खरीदने के बाद में बीज के अंकुरण की जाँच करें। बीज के 100 दोनों का नमूना बनाकर दो गीली बोरी के बीच में 48 घंटे तक रखकर अंकुरित दाने गिनें। यदि यह 75 दोनों से अधिक अंकुरित होते हैं तो इसे अच्छा बीज जानकर, बीज का उपचार कर के बोनी कर सकते हैं।

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