magarmach ka video: 2 दिन से लापता बच्चा नदी में मगरमच्छ की पीठ पर मिला, पूरे शरीर पर नहीं है एक भी खरोच के निशान, देखें वीडियो

magarmach ka video: 2 दिन से लापता बच्चा नदी में मगरमच्छ की पीठ पर मिला, पूरे शरीर पर नहीं है एक भी खरोच के निशान, देखें वीडियोmagarmach ka video: दुनिया वाकई बहुत अजीबोगरीब है। कभी-कभी खूंखार जानवर भी इतनी दरियादिली दिखाते हैं कि लोग उन पर फिदा हो जाते हैं। इंडोनेशिया में मगरमच्छ का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां पर 2 दिन से लापता एक बच्चा 700 फीट की नदी में मगरमच्छ की पीठ पर मिला। इसमें सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि उस बच्चे के शरीर पर कोई खरोच के निशान है। दरअसल, मगरमच्‍छ अपनी पीठ पर उस बच्‍चे को लादकर ला रहा था। थोड़ी ही देर बाद वह बच्‍चे को एक नाव के पास गया। वहां मछुआरों ने मगरमच्छ की पीठ से उस बच्चे को उठा लिया।

10 फीट के मगरमच्छ की पीठ पर था बच्चा (Video of magarmach)

आपको जानकर हैरान होंगे कि 10 फ‍िट लंबा यह मगरमच्छ बच्‍चे के शव को पीठ पर लादकर करीब 700 फीट की नदी में तैरता रहा। उसने अपनी पीठ पर से बच्चे के शव को गिरने नहीं दिया। इतना ही नहीं उसने बच्चे को नदी के किनारे लाकर जमीन पर भी नहीं रखा बल्‍क‍ि एक नाव के पास लाकर सुरक्ष‍ित रख दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि दो मछुआरे बच्‍चे को उसकी पीठ पर से हटाते नजर आ रहे हैं।

नहीं पहुंचाई चोट, कहीं खरोंच के निशान नहीं

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, उस मगरमच्छ ने बच्चे को कोई चोट नहीं पहुंचाई। बच्‍चे के शरीर पर चोट का एक भी निशान नहीं था। यानी मगरमच्‍छ ने उसे चोट पहुंचाने की कोई कोशिश नहीं की थी। यहां तक की बच्चे के शरीर पर कहीं खरोंच भी नहीं लगी थी ईस्ट कालीमंतन सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के सदस्यों को जब यह सूचना मिली कि एक मगरमच्छ उस बच्चे को ले आ रहा है, जिसकी वे तलाश कर रहे थे तो वे भी हैरान रह गए। सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के प्रमुख ने कहा, कोई भी इस बात पर यकीन नहीं कर सकता कि एक मगरमच्‍छ बच्‍चे को इतनी दूरी से निकाल लाया। वह भी बिना कोई चोट पहुंचाए। यह वाकई दुनिया की आश्चर्यजनक घटनाओं में से एक है।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

For Feedback - feedback@example.com

Related News