• लोकेश वर्मा, मलकापुर (बैतूल)
गुरुनानक जयंती पर गुरुद्वारा परिसर में लक्ष्मीतरु का आपके द्वारा किया गया रोपण आपकी धर्मयात्रा में असीम फलदायी होगा। हमने लक्ष्मीतरु के बारे में काफी कुछ सुना था। आज देखा भी और रोपा भी। उक्त विचार तमिलनाड़ु प्रांत के द्वीप रामेश्वरम में स्थित गुरुद्वारा में ज्ञानी ज्ञान सिंह द्वारा व्यक्त किए गए।
मलकापुर निवासी सेवानिवृत शिक्षक रमेश वर्मा द्वारा उपलब्ध कराए नि: शुल्क पौधरोपण पर ज्ञान सिंह जी बोले- “आपके द्वारा निःशुल्क लक्ष्मीतरु यानि सिमरौबा ग्लाउका के रोपण का अभियान ऋषिकेश से रामेश्वरम तक सफल रखा है। यह आपको अमरता प्रदान करेगा।” इसके पूर्व रमेश वर्मा ने सपत्नीक रामेश्वरम मंदिर के उत्तरी द्वार पर स्थित बांगड़ लाज के मैनेजर कुमारन के साथ पौधारोपण किया।
- यह भी पढ़ें… Sanp Ka Video: सांप ने की चोरी! मुंह में चप्पल दबाकर सरपट भागा सांप, चिल्लाते रह गई महिला, देखें वीडियो…
करना पड़ा 70 वर्ष तक इंतजार
श्री वर्मा ने बताया कि उनके पिता स्व. सुंदरलाल वर्मा ने 1952 में उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा की थी। वे गंगोत्री से पावन गंगाजल श्री रामेश्वरम को समर्पित करने की इच्छा से लाए थे। देश काल परिस्थितिवश वे अपने जीवन काल में रामेश्वरम नहीं जा सके।
मैंने सेवानिवृत्ति के बाद अक्टूबर 2019 में उत्तराखंड के चारों धामों की यात्रा की। साथ ही गंगोत्री से गंगाजल लाया। कोरोना की महामारी के कारण नवंबर 2022 में रामेश्वरम गया और गंगाजल कार्तिक पूर्णिमा के ग्रहण के बाद भगवान रामेश्वरण को समर्पित किया। पिताजी की गंगोत्री से रामेश्वरम की यात्रा पूर्ण कर उनकी इच्छा पूर्ण करने में 70 वर्ष का समय व्यतीत हो गया।
उत्तर से दक्षिण, पहुँचा लक्ष्मीतरु
श्री वर्मा ने बताया कि लक्ष्मीतरु के निःशुल्क वितरण, रोपण एवं प्रचार प्रचार को जिद और जुनून के साथ करने के कारण आज ऋषिकेश से रामेश्वरम तक पौधरोपण कर चुका हूँ। यात्रा के साथ एक दर्जन पौधों का वितरण किया गया। सहयात्रियों जिनमें जयपुर के ओम प्रकाश सोनी, झालावाड़ के पं. बालकुन्द शर्मा, बुलढाणा के नंदकिशोर पवार, मुरादनगर के रमन गोयल तथा दिनेश पुरी चेन्नई को पौधा सौंपा। अब अभियान उत्तर से दक्षिण तक पहुँच चुका है। श्री वर्मा के द्वारा पडोसी जिलों के साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा, हरियाणा, बिहार, झारखंड, कलकत्ता के साथ महाराष्ट्र में भी नि.शुल्क पौधरोपण कराया जा चुका पौधरोपण है।
2023 का लक्ष्य जगन्नाथ से सोमनाथ
श्री वर्मा बताते हैं कि आगामी वर्ष 2023 में लक्ष्मीतरु का वितरण एवं रोपण भगवान जगन्नाथ से सोमनाथ तक होगा।जिसमें पड़ने वाले राज्य, धार्मिक स्थल तथा सार्वजनिक पार्क में पौधा दिया जाएगा या रोपा जाएगा। भविष्य की योजना में विभिन्न जगहों के श्मशानो में भी लक्ष्मीतरु का पौधा रोपा जाएगा। कैंसर पीड़ित परिवार को पौधा पहले से भी नि:शुल्क दिया जा रहा है जो भविष्य में भी मिलता रहेगा। कैंसर रोग की मुफ्त सलाह उपचार एवं पत्तियों का काढ़ा सेवन के लिए कैंसर फाइटर हेमन्तचंद बबलू दुबे बैतूल 8319109007 से सम्पर्क किया जा सकता है।
https://www.betulupdate.com/37459/