
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Service Exam) पास करना कई युवाओं का सपना होता है, लेकिन हर साल कुछ को ही इसमें सफलता मिल पाती है. कुछ स्टूडेंट इस एग्जाम की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और रोजाना घंटों पढ़ाई करते हैं। UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही कर पाते हैं। क्योकि इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है।
वहीं इसी बीच आज हम आपको एक ऐसी ही आईएएस महिला की सफलता की कहानी बताने जा रहे है जो देखने में बेहद खूबसूरत है। यह अफसर कही और की नहीं बल्कि हरियाणा की है। जी हां हम यहां बात कर रहे हैं देवयानी सिंह (Devyani Singh) की। इस अफसर की कहानी बड़ी प्रेरणादायक है।
- Also Read : IAS Success Story: अंग्रेजी में जवाब देने से लगता था डर, यूपीएससी में 69वीं रैंक हासिल कर बने IAS अफसर

देवयानी सिंह की पढ़ाई (IAS Success Story)
देवयानी हरियाणा के महेंद्रगढ़ की रहने वाली हैं। देवयानी ने चंडीगढ़ के एसएच सीनियर सेकेंडरी स्कूल से अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी की। अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद देवयानी ने साल 2014 में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के गोवा कैंपस के इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था। इसके बाद देवयानी ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी।
चौथे प्रयास में मिली सफलता
देवयानी को लगातार तीन बार यूपीएससी में फेल होने के बाद चौथे प्रयास में सफलता मिली। साल 2015 और 2016 में देवयानी, यूपीएससी प्रीलिम्स (UPSC Prelims) भी क्लियर नहीं कर पाई थीं। जबकि साल 2017 में तीसरे अटेंप्ट में वो इंटरव्यू राउंड तक तो पहुंच गई, लेकिन फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं आया। हालांकि देवयानी ने हार नहीं मानी और साल 2018 में अपने चौथे अटेंप्ट में 222वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा क्रैक कर ली। रैंक के मुताबिक देवयानी को सेंट्रल ऑडिट विभाग में नियुक्त किया गया।
- Also Read : Top Gk questions: कौन-सी मुर्गी नीले रंग का अंडा देती है और किस देश में पाई जाती है, बताओं?

हफ्ते में सिर्फ दो दिन करती थीं पढ़ाई
मूल रूप से चंडीगढ़ की रहने वाली देवयानी की शुरुआती पढ़ाई चंड़ीगढ़ के एक स्कूल से हुई। हालांकि, 12वीं करने बाद उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के गोवा कैंपस के इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन ले लिया। यहां से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद वह यूपीएससी की सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी में जुट गईं। हालांकि, वह सिर्फ हफ्ते में शनिवार और रविवार को ही सिविल सर्विसेज की परीक्षा के लिए तैयारी करती थीं।
नौकरी करते हुए देवयानी ने की पढ़ाई
सेंट्रल ऑडिट विभाग में नौकरी के चलते देवयानी के पास पढ़ाई के लिए ज्यादा समय नहीं मिल पा रहा था। यही वजह थी कि वह शनिवार और रविवार को सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए तैयारी करती थीं। इसी का नतीजा था कि देवयानी का चयन साल 2019 में UPSC में हो गया और उन्हें 11वीं रैंक मिली। इस वक्त देवयानी आईआरएस के पद पर तैनात हैं।