Cement Ke Dam : सपनों का घर बनाना हुआ महंगा, आम आदमी की कमर टूटी, तेजी से बढ़ गए सीमेंट के भाव

Cement Ke Dam : सपनों का घर बनाना हुआ महंगा, आम आदमी की कमर टूटी, तेजी से बढ़ गए सीमेंट के भावCement Ke Dam : आम आदमी के लिए घर बनाना अब आसान नहीं है। घर बनाने के लिए उपयोग में आने वाली जरूरी वस्तुएं महंगे होती जा रही है। दिनों दिन सीमेंट, सरिया जैसी जरूरी चीजों के रेट बढ़ने का असर घर के टोटल कॉस्ट पर दिख जाता है। इस बार एक और बुरी खबर सामने आई हैं। दरअसल, सितंबर में सीमेंट के दाम में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस बढ़ोतरी के कारण घर बनवाने में लगने वाला खर्च बढ़ जाएगा।

सितंबर महीने के दौरान सीमेंट की औसत कीमतें एक महीने पहले यानी अगस्त की तुलना में 4 फीसदी बढ़ गईं। वहीं पूरी तिमाही की बात करें तो सितंबर तिमाही में सीमेंट के भाव उससे पहले की तिमाही यानी अप्रैल-जून 2023 की औसत कीमत की तुलना में 0.5 फीसदी से 1 फीसदी तक ज्यादा रहे।

कंपनियों ने बढ़ाए भाव

मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीमेंट की कीमतों में आई ये तेजी मुख्य रूप से पूर्वी भारत में सीमेंट के भाव में हुई बढ़ोतरी के कारण है। सीमेंट कंपनियां बढ़ी लागत का बोझ अब खुद वहन न कर एक हिस्सा ग्राहकों के ऊपर डाल रही है। एनर्जी कॉस्ट ने सीमेंट कंपनियों की लागत बढ़ाई है। इसी के असर को कम करने के लिए सीमेंट की खुदरा कीमतें बढ़ाई जा रही हैं।

पूर्वी भारत में सबसे ज्यादा बढ़े दाम

रिपोर्ट में यह भी कहा गया हैं कि पूर्वी भारत में सीमेंट की कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ी हैं। अगस्त के अंत में सीमेंट के जो भाव चल रहे थे, वे सितंबर के अंत में 50 से 55 रुपये प्रति बैग तक बढ़ गए। वहीं देश के अन्य हिस्सों में सीमेंट के भाव तुलनात्मक रूप से काफी कम बढ़े हैं। एनालिस्ट का कहना है कि बाकी हिस्सों में इस दौरान प्रति बोरी भाव 20 रुपये तक बढ़ा है।

नहीं मिलेगी राहत

आपको बता दें कि कुछ महीने पहले तक सीमेंट के भाव में तेज गिरावट आ रही थी। अभी भी भाव लॉन्ग टर्म के हिसाब से कम ही है। जुलाई महीने में सीमेंट काफी सस्ता हो गया था। हालांकि अब दो महीने से तेजी का दौर लौट आया है। आने वाले महीनों में तेजी का ट्रेंड बने रहने का अनुमान है। अगले साल चुनाव से पहले सरकारी खर्च पर जोर रहने से सेक्टर में मांग का परिदृश्य मजबूत है। वहीं लागत में कमी आने के आसार फिलहाल नहीं दिख रहे हैं।