Betul Samachar: (बैतूल)। आज 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर देश-दुनियाँ में बड़े-बड़े सेमिनार हो रहे हैं, किन्तु बैतूल ब्लॉक के ग्राम घुटीगढ़ के ग्रामीणों ने अपने गाँव की पहाड़ी पर अनूठे ढंग से विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। विद्या भारती व भारत भारती के द्वारा संचालित गंगावतरण अभियान के अंतर्गत सौ से अधिक ग्रामीणों ने पहाड़ी पर श्रमदान कर जल संरचनाओं का निर्माण किया।
प्रातः 6 बजे ग्रामीण रैली के माध्यम से गैंती-फावड़ा लेकर पहाड़ी पर पहुँचे और वर्षाजल संरक्षण हेतु जमकर पसीना बहाया। श्रमदानियों ने 50 से अधिक खंतियों का निर्माण किया। 3 घण्टे चले जनभागीदारी के इस अनूठे आयोजन में जनजाति शिक्षा के जिला प्रमुख नागोराव सिरसाम, जलशक्ति टोली प्रमुख मिथलेश कवड़े, संकुल प्रमुख संजू कवड़े, चुन्नीलाल मर्सकोले उप सरपंच ग्राम पंचायत जसोंदी, मिथलेश कवड़े संकुल प्रमुख, संजू कवड़े संकुल प्रमुख धर्मदास बड़ोदे उपसंकुल प्रमुख, श्रीराम सिरसाम उपसंकुल प्रमुख, गुलाब धुर्वे, अमरलाल कुमरे, पंच हिम्मत कुमरे, पंच बलीराम कुमरे, रामू कुमरे, हीरा सलाम, मुन्ना चिल्हाटे, भादू धुर्वे, फुल्लो चिलहाटे, प्रेमलता कवड़े, बाली टांडीलकर, जग्गो सलाम, सुन्दा कुमरे, कोहली सलाम, अनिता टांडीलकर, भागा कुमरे, मंगली टांडीलकर, सुखवंती कुमरे, सुक्को कुमरे, सुगरती धुर्वे, रीना धुर्वे, अनिता परते, रेखा शेषकर, विमला चिल्हाटे उपसंकुल प्रमुख, आचार्य, दीदियाँ छाया ईवने जुनावानी, पूनम कुमरे, कुसुम बड़ोदे मुसाखेड़ी, बबली नांगले सिवनपाट सहित ग्रामीणों ने सहभागिता की।
श्रमदान के पश्चात आयोजित जल चौपाल में ग्रामीणों ने अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर गंगावतरण अभियान के संयोजक मोहन नागर जल के संरक्षण पर जन के द्वारा किये जा रहे प्रयासों की चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि पानी के लिए सरकार के साथ हर व्यक्ति को योगदान देना होगा। जिला प्रमुख नागोराव सिरसाम ने गंगावतरण अभियान की विस्तृत जानकारी दी।