Betul Samachar (बैतूल)। जिले भर में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन धड़ल्ले से चल रहा है। बावजूद इसके खनिज विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। लोग तो यह आरोप भी लगा रहे कि लगातार सूचना और फोटो-वीडियो मुहैया कराने के बावजूद भी विभागीय अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। यही वजह है कि अब लोगों को रेत का अवैध परिवहन रोकने खुद ही सड़क पर उतरना पड़ रहा है। शुक्रवार अलसुबह ऐसे ही एक घटनाक्रम में एक महिला सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने अवैध रेत से भरे 17 ट्रक और डंपर पकड़ कर पुलिस और प्रशासन के हवाले किए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घोड़ाडोंगरी जनपद की ग्राम पंचायत मालवर की सरपंच सहनवती कवडे ने ग्रामीणों के साथ मिलकर अवैध रेत से भरे 17 डंपरों और ट्रकों को रोक लिया। सरपंच श्रीमती कवडे ने बताया कि वे गुरुवार को घोड़ाडोंगरी जनपद से लौटकर आई तो उन्हें गांव वालों ने रोककर बोला कि मैडम हमने आपको जिताया ओर आप रेत के खिलाफ कुछ नहीं कर रही हो।
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इस पर मैंने गांव के सभी लोगों से बात की और रात में ही रेत भरने गई गाड़ियों को रोकने का प्लान बनाया। सुबह 4 बजे जब गाड़ियां मालवर से अवैध रेत भर कर लौट रही थी तभी गांव के महिला-पुरुषों ने ट्रकों को रोक लिया। यह देख जो ट्रक रेत भरने जा रहे थे वो खाली लौट गए।
श्रीमती कवडे ने बताया कि मैंने अवैध रेत के मामले में चोपना पुलिस, तहसीलदार घोड़ाडोंगरी, एसडीएम शाहपुर, कलेक्टर बैतूल और मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन दिया, लेकिन इस एक माह में कोई कार्यवाही नहीं होने पर आज यह कार्य किया है। अवैध खनन परिवहन से हमारे गांव की सड़कें, नालों पर रपटे, पुल-पुलिया सभी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हमारी मांग है कि अवैध रेत पर प्रतिबंध लगे और खराब सड़कों व पुल-पुलियाओं की मरम्मत हो।
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सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची नायब तहसीलदार महिमा मिश्रा ने स्थिति को संभाला। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर अवैध खनन स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पटवारियों से मौका पंचनामा तैयार करवाकर सभी ट्रकों को चोपना थाने में खड़े करवाया है।
इस पूरे घटनाक्रम से एक बात तो साफ हो गई है कि खनिज विभाग अपने कर्तव्यों के निर्वहन में जरा भी रुचि नहीं ले रहा है। यदि विभाग जरा भी गंभीर होता तो ग्रामीणों को इस तरह खतरा उठाकर सड़क पर नहीं उतरना होता। ग्रामीणों तो यह भी कहना है कि शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती बल्कि विभागीय अधिकारी कलेक्टर और मंत्री के पास जाने की सलाह तक दे डालते हैं। हाल ही में टाहली के ग्रामीणों ने यही आरोप लगाया था।
ग्रामीणों का कहना है कि टाहली में भी रेत माफिया बुलंद हौसले के साथ अवैध खनन कर रहा है। उनके आवेदन और शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। पटवारी और माइनिंग अधिकारी से शिकायत की गई तो उन्होंने कलेक्टर और मंत्री के पास जाने को कहा। इधर गांव में छलनी हो रही नदी और बिगड़ रहे खेतों के कारण किसानों की हालत खराब है।
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इधर नायब तहसीलदार चोपना सुश्री महिमा मिश्रा ने बताया कि रेत के अवैध रेत परिवहन की सूचना मिलने पर ग्राम टेमरूमाल क्षेत्र से 17 ट्रक/डंपर अवैध रेत का परिवहन करते पाए जाने पर जप्त किए जाकर थाना चोपना में खड़े करवाए गए हैं। जांच के दौरान उक्त वाहनों में नियमानुसार रायल्टी दस्तावेज नहीं पाए गए हैं। अवैध रेत परिवहन का प्रकरण तैयार कर एसडीएम शाहपुर को प्रस्तुत किया जा रहा है। उक्त वाहनों में मालवर खदान से रेत लाने की जानकारी मिली है। (Betul Samachar)