Betul News: स्कूल में पिटाई का मामला: जांच में हुआ नया खुलासा, निराधार निकले छात्रा की मां के आरोप

Betul News: स्कूल में पिटाई का मामला: जांच में हुआ नया खुलासा, निराधार निकले छात्रा की मां के आरोप

▪️ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़

Betul News: विकासखंड भीमपुर की ग्राम पंचायत डोक्या के मेंढा गांव की प्राथमिक शाला में शिक्षिका द्वारा छात्रा की बेरहमी से पिटाई का मामला जांच में निराधार पाया गया है। जनजातीय कार्य विभाग और पुलिस ने मामले की जांच कर ली है। दोनों की जांच में आरोप सिद्ध नहीं हुए। वहीं जांच में एक नया खुलासा हुआ है कि शिक्षिका पर यह आरोप क्यों लगाए गए।

हाल ही में मेंढा स्कूल में अध्ययनरत छात्रा की मां बेबी मोरले द्वारा सहायक आयुक्त से इस मामले में शिकायत की गई थी। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया था कि शिक्षिका चंद्रकला जावरकर द्वारा उनकी बेटी की बेरहमी से पिटाई की गई। जिससे वह बेहोश हो गई और उसकी हालत बेहद खराब हो गई।

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सहायक आयुक्त शिल्पा जैन ने बीआरसी भीमपुर से जांच कराई। छात्रा के परिजनों ने पुलिस थाना झल्लार में भी शिकायत की थी। बीआरसी और पुलिस विभाग द्वारा मामले की जांच कर ली गई है।

इस संबंध में थाना प्रभारी झल्लार मनोज उइके ने बताया कि उन्होंने शिक्षिका चंद्रकला जावरकर से भी बयान लिए हैं। उन्होंने अपने बयान में वस्तुस्थिति से अवगत कराया। श्री उइके ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में पाया गया कि छात्रा को शिक्षिका चंद्रकला ने नहीं मारा है। जैसे कि महिला ने शिकायत में लिखा है कि पटक-पटक के मारा, यह कुछ भी जांच में नहीं पाया गया है।

स्कूल के बच्चों के बयान भी लिए है। उन्होंने भी यह बताया कि छुट्टी होने के बाद छात्रा गणेश पंडाल के पास से दौड़ते जा रही थी। इस दौरान वह गिर गयी थी। इस वजह से छात्रा के चेहरे पर निशान बने हैं। शिक्षिका चंद्रकला ने बताया है कि अतिथि शिक्षक में शिकायतकर्ता के भाई का चयन नहीं हुआ था। इसलिए छात्रा की माँ ने झूठी शिकायत की है।

बीआरसी भीमपुर भी जांच कर चले गए हैं। उन्हें भी बच्चों ने अपने बयान दिए हैं। वहीं ग्रामीणों ने भी अपने बयान में शिक्षिका चंद्रकला जावरकर के विषय में बताया कि वे स्कूल में 25 सालों से पदस्थ हैं। अभी तक उनके विषय में कोई शिकायत नहीं है।

बीआरसी भीमपुर आरएस ठाकुर ने बताया कि उन्होंने मेंढा स्कूल में जाकर शिक्षिका चंद्रकला जावलकर को अलग रखकर बच्चों से पूछताछ की। इसमें प्रायः सभी बच्चों ने बताया कि मैडम ने छात्रा को गाल पर थप्पड़ भर मारा। उसके बाद छात्रा साढ़े चार बजे तक स्कूल में ही थी।

उसके बाद जब छुट्टी हुई तो वह दौड़ते हुए घर गयी और गणेश पंडाल के पास ठोकर लगने से गिर गयी। जिससे उसके ओंठ पर चोट लगी थी। बाकि पटक-पटक कर मारना और अस्पताल में छात्रा का बेहोश होकर जाना, अधिकारियों से बढ़-चढ़ कर शिकायत करना सब निराधार है। ऐसा कुछ स्कूल में हुआ ही नहीं।