Betul Me Thagi: मध्यप्रदेश के बैतूल शहर के गंज क्षेत्र (Betul Ganj) में एक शातिर ठग ने 1 लाख, 78 हजार रुपए की सोने की तीन अंगूठियों पर हाथ साफ कर दिया। ठगी को इतनी सफाई से अंजाम दिया गया कि सराफा व्यवसायी भी समझ नहीं पाए। यहां ठगी करने वाले आरोपी ने शहर में पहले तीन दुकानों पर आभूषण देखे। वहां मनमाफिक जेवर न मिलने पर चौथी दुकान पर योजनाबद्ध तरीके से पहुंचा और हाथ सफाई कर दी। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद से पुलिस आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार 9 नवंबर को गंज थाना क्षेत्र (Ganj Police Station Betul) के लक्ष्मी ज्वेलर्स में एक अज्ञात व्यक्ति ने योजनाबद्ध तरीके से ऑनलाईन पेमेंट के बहाने ठगी को अंजाम दिया। स्वयं को रेलवे स्टेशन बैतूल (Betul Railway Station) के पास का रहवासी एवं अपना नाम राजेश सोनी बताने वाले व्यक्ति ने लक्ष्मी ज्वेलर्स में ठगी को अंजाम देने से पहले तीन अन्य दुकानों में प्रयास किया, लेकिन वहां नाकामी मिली। जिसके बाद लक्ष्मी ज्वेलर्स पहुंचे आरोपी ने तीन सोने की अंगूठी पसंद की और ऑनलाईन पेमेंट का स्क्रीन शॉट सराफा दुकान के संचालक के मोबाईल नंबर पर वाट्सएप के माध्यम से शेयर कर संचालक को भरोसे में लेकर फरार हो गया।
राज एवं अग्रवाल ज्वेलर्स भी पहुंचा था ठग
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ठग ने योजनाबद्ध तरीके से लंबा हाथ मारने के लिए पूरी तैयारी की और इसे अंजाम भी दिया। रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद सबसे पहले ऑटो से वह राज ज्वेलर्स पहुंचा। यहां ज्वेलरी पसंद करने के बाद ऑनलाईन पेमेंट करने का दिखावा किया। लेकिन, खाते में राशि पहुंचने के बाद ही ज्वेलरी देने पर संचालक अड़े रहे। बात न बनते देख ठग ने अपनी पसंद की ज्वेलरी अलग रखवाकर थोड़े समय में वापस आने का कहकर वहां से रवानगी ले ली। इसके बाद वह ऑटो से अग्रवाल ज्वेलर्स पहुंचा। यहां भी ठग की मंशा पर पानी फिर गया।
अग्रवाल ज्वेलर्स के बाद वह गंज क्षेत्र के आशीर्वाद ज्वेलर्स पहुंचा। यहां मनमाफिक ज्वेलरी न मिलने पर उसी ऑटो से लक्ष्मी ज्वेलर्स पहुंचा और दांव आजमाया। यहां 1 लाख 78 हजार की तीन अंगूठियां पसंद की और ऑनलाईन पेमेंट कर दिया। खुद को राजेश जैन बताने वाले ठग ने बड़ी ही चालाकी से स्क्रीन राशि के भुगतान होने का स्क्रीन शॉट लक्ष्मी ज्वेलर्स के संचालक गजेन्द्र सोनी के वाट्सएप पर शेयर किया। पेमेंट नहीं पहुंचने पर बैंक ट्रांजेक्शन में कभी-कभी देरी होने जैसी बाते की।
करीब 15 मिनट तक स्क्रीन शॉट शेयर करने के बाद वह इंतजार करता रहा। बैंक ट्रांजेक्शन के स्क्रीन शॉट और ठग के स्थानीय व्यक्ति होने पर भरोसा कर संचालक ने ज्वेलरी राजेश जैन को दे दी। अपने मंसूबे में सफल हुआ ठग ऑटो से करीब डेढ़ बजे रेलवे स्टेशन पहुंचा और यहां से फरार हो गया। इस मामले में पुलिस द्वारा जांच शुरु कर दी है।
सराफा व्यवसायियों के बीच ऐसे बनाया व्यवहार
बताया जाता है कि राज ज्वेलर्स में पहुंचे ठग ने संचालक को भरोसे में लेने के लिए मरोठी ज्वेलर्स में पचास रुपए कम सोने का भाव होने की बात कही। वहीं अग्रवाल ज्वेलर्स में राज ज्वेलर्स का जिक्र किया। राज ज्वेलर्स में आई कार्ड मांगने पर बहाना बना दिया और कहा कि वह गर्वमेंट सर्विस में है। उसने पसंद की ज्वेलरी अपने पास रखने और भुगतान अकाउंट में आने पर स्टेशन के सामने जैन बैकरी वालों के यहां पहुंचाने की भी बातें की।