Betul News: यहां स्थापित हैं मां काली की विशाल प्रतिमा, इधर गरबा से हो रही मातारानी की आराधना
Betul News: A huge statue of Maa Kali is installed here, here Matarani is being worshiped through Garba.
▪️मनोहर अग्रवाल/अंकित सूर्यवंशी
Betul News: (खेड़ी सांवलीगढ़/आमला)। आमला में नवरात्र पर्व पर सुजान ग्रुप महिला संगठन द्वारा धूमधाम से गरबा महोत्सव मनाया जा रहा है। इधर खेड़ी क्षेत्र के ग्राम महदगांव में मां काली की जिले की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित हैं। यहां श्रद्धालु पूजा अर्चना में जुटे हैं। प्रतिमा के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
जिले के ग्रामीण अंचलों में माँ दुर्गा के अनेक मंदिर हैं। माँ काली की भी प्रतिमाएं भी मौजूद हैं। लेकिन, जिले का सबसे ऊँची काली माँ का प्राचीन मंदिर एवं माँ काली की प्रतिमा जिला मुख्यालय के समीप विकासखंड बैतूल की ग्राम पंचायत मुख्यालय महदगांव में है।
ग्राम के पूर्व सरपंच कमल मालवी ने बताया कि माँ काली के मंदिर में माँ काली की लगभग 30 फीट ऊँची प्रतिमा लगभग 60 वर्ष पूर्व संत सरयू गिरी महाराज के सानिध्य में किया गया था। ग्राम की श्रम महाशक्ति सेवा समिति के माध्यम से काली जी की प्रतिमा का निर्माण खेडी सांवलीगढ़ निवासी सुनील संत, सुरेश संत की कारीगरी से कंक्रीट से किया गया था।
काली मंदिर में प्रतिमा के निर्माण के बाद बीस-बीस फीट ऊँची भोलेनाथ और हनुमान जी की प्रतिमा भी बनाई गयी है। शारदीय नवरात्र पर माँ काली के उपासक एवं भक्तजनों का यहाँ तांता लगा रहता है। माँ काली की यह चमत्कारी प्रतिमा ने ग्रामवासियों को कई बार अपने चमत्कारों से अवगत कराया। यहाँ काली जी की शरण में जो भी आया माँ काली ने उन्हें कभी निराश नहीं किया।
मंदिर से वर्षों से जुड़े कमल मालवी बताते हैं कि माँ काली की प्रतिमा बड़ी चमत्कारी प्रतिमा है। माँ सभी की मनमांगी मुरादें पूरी करती हैं।यहां दूर-दूर से नवरात्रि पर्व पर काली जी के उपासक अनुष्ठान करने बड़ी संख्या में आते हैं। यह जिले की सबसे ऊंची काली माँ की प्रतिमा है। इतनी ऊँची प्रतिमा जिले में कहीं भी मंदिर में स्थापित नहीं है। हमने अनेक स्थानों पर माँ काली की प्रतिमाएं देखी है, लेकिन इतनी ऊँची माँ काली प्रतिमा जो लगभग 30 फीट ऊँची है, कहीं नहीं देखी। उसी प्रकार यहाँ हनुमान जी और शंकर भगवान की प्रतिमाएं भी बनी हुई हैं।
गरबा से आराधना में जुटी सुजान ग्रुप की सदस्य
सुजान ग्रुप आमला की प्रमुख मनीषा चडोकार ने बताया कि नवरात्रि के पावन पर्व पर सुजान ग्रुप महिला संगठन आमला द्वारा मां दुर्गा की आराधना अलग-अलग गरबा नृत्य से की जा रही है। विगत 5 वर्षों से सुजान ग्रुप महिला संगठन आमला द्वारा नवरात्र के पावन महीने में मां दुर्गा की नवरात्रि में गरबा महोत्सव का आयोजन कर मां भगवती की आराधना की जाती है।
इसी श्रृंखला में सूजान ग्रुप की महिलाओं के गरबा महोत्सव का शुभारंभ नवरात्र के प्रथम दिन से हुआ। प्रारंभ से नवमी तक गरबा महोत्सव धूमधाम से दादाजी दयालू लान रतेड़ा रोड पंचवटी के पास में आयोजित किया गया। गरबा महोत्सव में भारी संख्या में महिलाओं एवं बच्चों ने भाग लिया। दर्शकों की भी खूब भीड़ रही।
लोगों की भागीदारी हेतु सभी ने इसकी जानकारी अपने करीबियों तक पहुंचाई। नवरात्र के पावन दिनों में प्रतिदिन झांकी एवं अलग-अलग साज सज्जा श्रृंगार के साथ गरबा नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति की जा रही है। तैयारी के लिए अलग-अलग समितियां बनाकर सबको उनकी जवाबदारिया दी गई थी।
15 अक्टूबर से प्रारंभ हुए नवरात्र में मां दुर्गा की भक्ति आराधना महिला द्वारा गरबा नृत्य कर की जा रही है। सुजान ग्रुप द्वारा प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में गरबा की प्रैक्टिस कर इसे सुंदर स्वरूप देकर मोहक बनाया गया है। नवरात्रि के प्रथम दिवस राजस्थान थीम पर, द्वितीय दिवस बंगाली थीम पर, तृतीय दिवस महाराष्ट्रीयन थीम पर और चतुर्थ दिवस गरबा डांडिया के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में मनमोहक नृत्य एवं गरबा डांडिया पेश कर संगठन के सदस्यों एवं भागीदारी करने वाली महिला एवं बच्चों ने सब का मन मोह लिया।
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