UPSC Success Story : बैतूल के 25 साल के जय ने किया कमाल, यूपीएससी में पाई 587वीं रैंक, बनना चाहते हैं आईएएस अधिकारी, दिए तैयारी के लिए टिप्स
UPSC Success Story : 25-year-old Jai from Betul did wonders, got 587th rank in UPSC, wants to become an IAS officer, gave tips for preparation
UPSC Success Story : सिविल सर्विस परीक्षा 2022 का आज परिणाम घोषित किया गया। इस परीक्षा में मध्यप्रदेश के बैतूल शहर के खंजनपुर में रहने वाले जय बारंगे (25 वर्ष) ने सिविल सर्विस परीक्षा 2022 में AIR 587 रैंक हासिल की हैं। जय ने यह एग्जाम चौथे प्रयास में क्रेक कर लिया। जय आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं। इसके लिए वे एक बार और प्रयास करेंगे।
जय के एग्जाम क्रेक करने की खबर मिलते ही उनके परिवार, रिश्तेदारों के साथ पूरे जिलेभर से बधाइयां मिलने लगी। मंगलवार शाम को जय ने बैतूल अपडेट को इंटरव्यू में अपनी तैयारी की पूरी जानकारी दी। जो हम आपके साथ साझा कर रहे हैं।
ऐसा रहा जय का सफर
जय ने 12वीं तक की शिक्षा बैतूल शहर के आरडी पब्लिक स्कूल में प्राप्त की। वर्ष 2015 में 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद जय भोपाल चले गए। वहां उन्होंने एक्सीलेंस कॉलेज से फिजिक्स से बीएससी पूरा किया। 2018 में बीएससी पूरा करने के बाद वे यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। उनके पिता भी चाहते थे कि जय आईएएस अधिकारी बनें।
जय ने लगातार चार साल तक यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की। 2021 में कोरोना के चलते जय के शिक्षक पिता सुभाष बारंगे की मृत्यु हो गई। पिता का सपना था कि जय आईएएस अधिकारी बनें और जय भी यही चाहते थे। पिता के सपने को पूरा करने के लिए जय को उनकी मां संगीता बारंगे और परिवार के सभी लोगों ने हिम्मत दी। इसके बाद उन्होंने भोपाल जाकर अपने दोस्तों के साथ तैयारी की।
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इस तरह पढाई करते थे जय (UPSC Success Story)
जय ने ‘बैतूल अपडेट’ को दिए इंटरव्यू में बताया कि कॉलेज करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरु कर दी थी। तैयारी के दौरान सबसे पहले उन्होंने सभी चीजों को बारीकी से समझा। इसके बाद टारगेट बनाकर उन्हें पूरा करते थे। जय ने बताया कि वह रोज अपने लिए टारगेट बनाते थे और उसे हर हाल में पूरा करते थे। उन्होंने यहां पर यह भी जाना कि उनकी स्ट्रेंथ क्या है, कहां पर उन्हें अधिक तैयारी की जरूरत है और कहां पर कम। इस प्रकार उन्होंने अपने लिए मैप तैयार किया।
तैयारी के दौरान उन्होंने प्रश्नों के उत्तर अपने तरीके से बनाने शुरू किए, ताकि वे उन्हें अच्छी तरह से समझ आए और याद भी रहें। जय बताते हैं कि एग्जाम की तैयारी के दौरान उन्होंने एग्जाम के दिन के लिए भी खुद को तैयार किया। पूरी तरह रिलेक्स होकर एग्जाम और इंटरव्यू देने के लिए उन्होंने खुद पर काम किया। इसका ही परिणाम है कि आज जय ने ऑल इंडिया 587 रैंक हासिल की है। जय बताते हैं कि वे अपनी तैयारी के दौरान जिन भी प्रश्नों के जवाब लिखते थे, उन्हें अपने दोस्तों के साथ शेयर करते थे। जय ने बताया कि वे आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं। इसलिए वे रैंक में सुधार करने के लिए एक बार और प्रयास करेंगे।
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UPSC Success Story : कैसे करें एग्जाम की तैयारी
जय ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए कुछ टिप्स दिए हैं। जय ने बताया कि यदि आपको यूपीएससी क्लियर करना है तो सबसे पहले आपको पूरी तरह इसमें खुद को झोंकना होगा। कम से कम इसके लिए आपको 3 साल का समय देना होगा। इस परीक्षा में सबसे ज्यादा जरूरत होती है आत्मविश्वास की। यदि आप डिसिप्लिन के साथ तैयारी करते हैं तो आपको सफलता जरूर मिलती हैं।
डिस्ट्रैक्शन के सवाल पर जय कहते हैं कि डिस्ट्रैक्शन तो सभी को होता है, लेकिन यदि आप अपना टारगेट बनाकर काम करेंगे और हमेशा फोकस रहेंगे तो कोई भी चीज आपका ध्यान नहीं भटका सकतीं। आपको बस खुद पर भरोसा रखना है। पूरी तरह मोटिवेट रहना है। जय ने बताया कि वह अपना दिन का टारगेट पूरा करने के बाद अपने परिवार, दोस्तों से बात किया करते थे।

पिता की मौत के बाद परिवार ने की मदद (UPSC Success Story)
जय बचपन से ही होनहार छात्र रहे हैं। उन्होंने आरडी पब्लिक स्कूल में कक्षा 10वीं में 90 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। वहीं कक्षा 12वीं में 89 प्रतिशत अंक पाए। इसके बाद उन्होंने भोपाल के एक्सीलेंस कॉलेज में फिजिक्स से 82 प्रतिशत अंक के साथ बीएससी होंस पूरा किया। 2018 के बाद जय ने यूपीएससी की तैयारी शुरु की। जय अब तक चार प्रयास कर चुके हैं। पहले तीन प्रयासों में वे प्री-लिम्स पास नहीं कर पाए थे।
देश में कोरोना महामारी के दौरान उनके पिता सुभाष बारंगे का 2021 में स्वर्गवास हो गया। इसके बाद उनकी मां संगीता बारंगे, छोटी बहन श्रेया बारंगे, बड़ी बहन खुशबू बारंगे और जीजा जी ने काफी मदद की और पढ़ाई के लिए उन्हें भोपाल भेजा। इस बार जय ने चौथे प्रयास में प्री-लिम्स, मैन्स और इंटरव्यू दिया और इसमें वे सफल हो गए।