Chaitra Navratri 2023: सुबह नहीं कर पाए घट स्थापना तो ना करें चिंता, दोपहर में है अभिजीत मुहूर्त
Chaitra Navratri 2023: Don't worry if you can't do Ghat Sthapana in the morning, Abhijeet Muhurta is in the afternoon
Chaitra Navratri 2023: आज 22 मार्च 2020 बुधवार से चैत्र नवरात्र शुरू हो चुकी है। माना जाता है कि इन 9 दिनों तक मां दुर्गा पृथ्वी पर निवास करती हैं और भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। नवरात्रि के त्यौहार की शुरुआत घटस्थापना से की जाती है और नवमी तिथि तक यह त्यौहार चलता है। यदि आज सुबह के समय आप घटस्थापना नहीं कर पाए हो तो एक और मुहूर्त है जिसमें आप घट स्थापना कर सकते हैं।
ज्योतिष के अनुसार आज दोपहर में अभिजीत मुहूर्त है जो घट स्थापना के लिए उत्तम है। चैत्र नवरात्रि बुधवार, 22 मार्च, 2023 को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 36 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक कुल 46 मिनट का रहेगा। इस मुहूर्त में घटस्थापना की जा सकती है। इसके अलावा पूरे दिन भी नवरात्रि की पूजा की जा सकती है।
क्या होता है अभिजीत मुहूर्त (Chaitra Navratri 2023)
ज्योतिष के अनुसार सूर्योदय से लेकर अगले दिन के सूर्योदय तक कुल 30 मुहूर्त होते हैं। इन 30 मुहूर्त में से 15 सूर्यास्त तक और अगले 15 मुहूर्त सूर्योदय तक होते हैं। अभिजीत मुहूर्त भी इन्हीं में से एक है। बताया जाता है कि अभिजीत मुहूर्त दिन के मध्याह्न से 24 मिनट पहले शुरू होता है और 24 मिनट बाद तक चलता है। दिन का मध्याह्न दोपहर 12 बजे को माना जाता है। इस प्रकार अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 से 24 मिनट पहले शुरू होता है और 24 मिनट बाद तक चलता है। यानी कि कुल 48 मिनट।
इस तरह करें कलश स्थापना
अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना करने के लिए सबसे पहले कलश पर स्वास्तिक बनाएं और उस पर कलावा बांधे। उसमें जल भरने के बाद उसमें सुपारी, फूल, इत्र, अक्षत्र, पंचरत्न, शतावरी जड़ी, हलकुंड, कमल गट्टे और सिक्का डालें। इसके बाद पूजा स्थल के पास अलग से एक चौकी पर लाल या सफेद रंग का कपड़ा बिछाएं। उस पर अक्षत से अष्टदल बनाएं और जल से भरे कलश को उसके ऊपर स्थापित करें। दीप प्रज्वलित कर इष्ट देवताओं का ध्यान करें और देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। कलश स्थापना के साथ ही मिट्टी के एक बर्तन में ज्वार बोने की परंपरा होती है।