Weather Update: कड़ाके की ठंड ने की वापसी, एक ही रात में तापमान में 5.3 डिग्री की गिरावट, कल दिन में 3 डिग्री गिरा था पारा
Weather Update: एक बार फिर कड़ाके की ठंड ने वापसी की है। उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं ने मौसम का यह मिजाज बदला है। बीती रात को न्यूनतम तापमान में 5.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। इससे पहले कल दिन में तापमान में 3 डिग्री की गिरावट आई थी। अब मौसम के तेवर यूं ही तीखे रहने की संभावना जानकार जता रहे हैं।
इस साल अच्छी बारिश होने के कारण कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना पहले से जताई जा रही थी। नवम्बर माह में ही यह संभावना सही भी साबित हुई। उस समय न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। ऐसा लग रहा था कि इस साल नवंबर माह में ही सर्दी के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तापमान 8 तक पहुंचने के बाद अचानक बढ़ने लगा और ठंड भी कम हो गई। मौसम विभाग ने इसके लिए पश्चिम से आ रही गर्म हवाओं को जिम्मेदार ठहराया था। साथ ही 8 दिसंबर से ठंड बढ़ने की संभावना व्यक्त की थी। यह संभावना अब सही साबित हो रही है।
मौसम का मिजाज एक दिन पहले से ही बदलने लगा था। बुधवार को दिन के (अधिकतम) तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई थी। कल दिन का अधिकतम तापमान 24.4 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं बाद में बुधवार-गुरुवार की रात को न्यूनतम तापमान में भी अचानक बड़ी गिरावट आई। कल रात का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस था, वहीं आज रात का न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस हो गया है। इस तरह तापमान में 5.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। बीती रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही।
मौसम के जानकारों का कहना है कि अब उत्तर भारत से सर्द हवाओं का आना शुरू हो गया है। इसलिए तापमान में गिरावट आ रही है। अभी तापमान में और गिरावट आएगी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले दिनों में तापमान और कमी होगी और जिले वासियों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। केवल बैतूल ही नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य कई जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
स्कूलों का समय बदलने की उठने लगी मांग
ठंड के तीखे तेवर होते ही एक बार फिर स्कूलों का समय बदलने की मांग उठने लगी है। पिछली बार तापमान में गिरावट आने पर प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों का समय बदल दिया गया था। हालांकि उस समय बैतूल में समय नहीं बदला गया था। ऐसे में ठंड के कारण बच्चों को हो रही परेशानी को देखते हुए एक बार फिर स्कूलों का समय बदलने की मांग उठने लगी है