WhatsApp ने भारत में बैन किए 18 लाख से अधिक अकाउंट, यह थे कारण, कहीं आप तो नहीं कर रहें ऐसी गलतियां…?
दुनिया में पॉपुलर मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप ने 18 लाख से अधिक भारतीय अकाउंट को मार्च के दौरान बैन कर दिया है। कंपनी ने यह प्रतिबंध नए IT नियम 2021 के तहत लगाया है और कहा कि भारत से मार्च महीने के दौरान 597 शिकायतों की रिपोर्ट मिली थी, जिसके बाद खातों पर कार्रवाई की गई है।
एक बयान में मैसेजिंग ऐप के प्रवक्ता ने कहा कि आईटी नियम 2021 के अनुसार, मार्च 2022 के महीने के लिए अपनी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में यूजर्स की शिकायतों और संबंधित कार्रवाई का विवरण दिया गया है। इसके अंतर्गत उन्हीं व्हाट्सऐप खातों पर बैन लगाया गया है, जो इस मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का दुरुप्रयोग कर रहे थे।
किस वजह से बैन हुए अकाउंट
रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि व्हाट्सएप ने मार्च महीने में 1.8 मिलियन (1,805,000) से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगा दिया। यह बैन किए गए खाते शेयर किए गए डेटा अनुसार, 1 स 31 मार्च के बीच के हैं। इसके अंतर्गत खातों के दुरुपयोग का पता लगाने और नकारात्मक रिएक्शन्स को आगे बढ़ाने पर कार्रवाई की गई है।
अनजाने में बैन हुए अकाउंट के ओपेन के लिए क्या करें
वहीं कंपनी की ओर से यह भी बताया गया है कि जिन लोगों से अनजानें में ये चीजें हुई हैं, उन्हें इसे ओपेन कराने के लिए नए आईटी नियम 2021 के तहत, 5 मिलियन से अधिक यूजर्स वाले डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मासिक अनुपालन रिपोर्ट देनी होगी। कंपनी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नई तकनीक और अन्य सुरक्षा वाली चीजों को जोड़ा है।
क्या गलतियां न करें
व्हाटसएप की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, यूजर्स को इस फेक न्यूज नहीं फैलाना चाहिए। बिना अनुमति के किसी को मैसेज भेजकर परेशान करना, अश्लील बातें करना और भ्रामक चीजों को सपोर्ट करने की वजह से खाता बंद किया जा सकता है।
फरवरी के दौरान भी खाते हुए थे प्रतिबंधित
गौरतलब है कि व्हाट्सएप ने फरवरी में 14.26 लाख भारतीय खातों को शिकायतों के आधार पर उल्लंघनों को रोकने और उनका पता लगाने के लिए बैन किया था। इसमें 1 फरवरी से 28 फरवरी के बीच 335 शिकायतों की रिपोर्ट प्राप्त हुई और 21 खातों पर कार्रवाई की गई।
न्यूज सोर्स: https://www.jansatta.com/technology-news/whatsapp-banned-more-than-18-lakh-accounts-in-india-know-why/2156091/