college exam : कॉलेज में भी नहीं छूट रही नकल की लत, जिले में अभी तक बन चुके 19 प्रकरण
Addiction of copying is not left even in college, 19 cases have been made in the district so far
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माना जाता है कि स्कूली जीवन में भले ही बच्चे पढ़ाई-लिखाई का महत्व नहीं जानते और बगैर मेहनत किए पास होने में भरोसा करके नकल कर लेते हैं, लेकिन कॉलेज में पहुंच कर वे गंभीर हो जाते हैं। उस समय तक वे जान जाते हैं कि कॅरियर बनाने के लिए नकल नहीं परिश्रम से की गई पढ़ाई ही काम आएगी, लेकिन जिले में चल रही महाविद्यालयीन परीक्षाओं को देख कर ऐसा लग नहीं रहा। यहां विभिन्न कॉलेजों में रोजाना नकल प्रकरण बन रहे हैं।
जिले में महाविद्यालयीन परीक्षा के केंद्र जेएच कॉलेज बैतूल, शासकीय कन्या महाविद्यालय बैतूल, विवेकानंद विज्ञान महाविद्यालय बैतूल, डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय आमला, शासकीय स्नातकोत्तर महविद्यालय मुलताई, शासकीय महाविद्यालय घोड़ाडोंगरी, शासकीय महाविद्यालय आठनेर, शासकीय महाविद्यालय शाहपुर, शासकीय महाविद्यालय सारनी, शासकीय महाविद्यालय भैंसदेही के महाविद्यालयों में इन दिनों परीक्षा चल रही है।
राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा द्वारा ली जा रही इस परीक्षा के अंतर्गत विश्वविद्यालय उड़नदस्ता दल द्वारा लगातार किसी भी महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि औचक निरीक्षण के दौरान प्रतिदिन एक या दो नकल के प्रकरण बन रहे हैं। इन महाविद्यालयों में अभी तक 19 नकल प्रकरण बन चुके हैं। इससे जाहिर है कि कॉलेज में भी विद्यार्थी अकल के बजाय नकल पर भरोसा कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय उडऩदस्ता दल के संयोजक डॉ. सलिल दुबे, सदस्य डॉ. एसडी डोंगरे, डॉ. अशीष गुप्ता, डॉ. एमएस चौहान एवं सुश्री नीलिमा पीटर सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। संयोजक सलिल दुबे ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में नकलची विद्यार्थियों को बख्शा नहीं जाएगा। डॉ. सुखदेव डोंगरे ने बतााया कि सभी महाविद्यलयों में नकल को रोकने के लिए प्राचार्य, केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष एवं वीक्षक भी पूरी सक्रियता से कार्य कर रहे हैं। जेएच कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राकेश कुमार तिवारी ने नकल रोकने के लिए विश्वविद्यालय उड़नदस्ता टीम की सराहना की है।
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