कोरोना ने बचा लिया भूतों को, नहीं आएगी उनकी शामत

  • उत्तम मालवीय, बैतूल © 9425003881
    अभी तक इंसानों की जान लेते हुए सिस्टम पर भारी पड़ रहा कोरोना भूतों पर बड़ा मेहरबान नजर आ रहा है। दरअसल, बैतूल के मलाजपुर में भूत भगाने के लिए मशहूर गुरूसाहब बाबा का मेला कोरोना महामारी के चलते इस साल नहीं लगा। इसके चलते ना तो प्रेत बाधा से ग्रस्त लोग यहां पहुंच पा रहे हैं और ना भूतों की शामत ही आ पा रही है। मेले के दौरान यहां आते ही भूतों की बुरी तरह फजीहत हो जाती है और उन्हें उस व्यक्ति को मुक्त कर हर हाल में जाना होता था। 300 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब आस्था और श्रद्धा के इस प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पर मेला नहीं लगा। इसे लोग भूतों का मेला (ghost fair) भी बोलते हैं। इस मेले की पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान है।

    प्रसिद्ध गुरु साहब बाबा की समाधि पर इस साल मलाजपुर में मेला नहीं लग पाया। इस बार सामान्य श्रद्धालु यहां दर्शन भर कर पाएंगे। जिला प्रशासन और जनपद ने इस आशय के आदेश जारी किए हैं। पुलिस, प्रशासन के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। हर साल पौष पूर्णिमा से आयोजित होने वाला “भूतों का मेला” इस बार कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित कर दिया गया।

    अब विशाल रूप में लगता है मेला
    मेला समिति के पूर्व अध्यक्ष कांति यादव बताते है कि जब से मैं देख रहा हूं, तब से यह पहला मौका है जब कोरोना के कारण मेरे को स्थगित किया गया है। हमारे बुजुर्ग बताते हैं कि यह मेला बहुत सालों से लग रहा है। पहले इसका छोटा रुप होता था अब बड़ा रूप हो गया है। प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर लगने वाले सभी प्रकार के मेलों को स्थगित करने के आदेश जारी किए हैं। जिसके चलते अब मलाजपुर ग्राम पंचायत पर “श्री गुरु साहब बाबा” समाधि स्थल पर लगने वाला भूतों का मेला इस बार नहीं लग पाया।

    हर साल पहुंचते दूर-दूर से श्रद्धालु
    चिचोली तहसील से 7 किलोमीटर दूर मलाजपुर गांव में गुरु साहब बाबा की समाधि स्थल पर पिछले तीन सौ सालों से अधिक से यह मेला लगता आ रहा है। मेले में मान्यता है कि “श्री गुरु साहब बाबा की समाधि” स्थल पर प्रेत बाधा से ग्रसित पीड़ित को ले जाकर मत्था टिकाने पर वह प्रेत बाधा से मुक्त हो जाता है। सदियों से यह चमत्कार लोग अपनी आंखों से देखते हैं।

    मेला स्थल पर किए कर्मचारी तैनात
    मेले में दुकानें ने लग सके और भीड़ न जुटे, इस एहतियात के लिए प्रशासन ने पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी तैनात कर दिए हैं। तहसीलदार नरेश राजपूत ने बताया कि मेले में दुकानें न लगे, सोशल डिस्टेंसिंग के तहत श्रद्धालु आ सके, इस पर नजर रखने के लिए सचिव, पटवारी, राजस्व निरीक्षक, पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। मेले में सामान्य श्रद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग के तहत समाधि पर पूजा अर्चना कर सकेंगे।

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