गर्लफ्रेंड को चॉकलेट और पैड देने बना चोर
◆ उत्तम मालवीय (9425003881)
बैतूल। अपनी गर्लफ्रेंड को महंगी चॉकलेट, सेनेटरी पैड और दवाइयां मुहैया कराने के लिए नर्सिंग का एक छात्र चोर बन गया। अपना खर्च चलाने के लिए वह जिस दुकान में पार्ट टाइम जॉब करता था, उसी में मौका देखकर हाथ साफ करने लगा। सीसीटीवी फुटेज में उसकी कुछ संदिग्ध गतिविधियां नजर आने पर संचालक ने उस पर नजर रखी तो पूरा राज खुल गया। इसके बाद छात्र को पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
शहर के सदर क्षेत्र में स्थित मेडिकल स्टोर के संचालक शारिक खान बताते हैं कि शाहपुर क्षेत्र के एक गांव का युवक उनके मेडिकल स्टोर पर पिछले 4 महीने से पार्ट टाइम जॉब करता है। छात्र का व्यवहार और स्वाभाव देखकर मुझे उस पर भरोसा हो गया था। इसलिए वे भी पूरा मेडिकल उसके हवाले छोड़ कर मेडिकल से चले जाते थे। श्री खान ने बताया कि उन्हें और उनके भाई अब्दुल फहीम को नमाज के लिए जाना होता है। छात्र पर पूरा भरोसा होने के कारण वे केश काउंटर को लॉक करके चाबी वहीं रख देते थे और इत्मीनान के साथ नमाज के लिए चले जाते थे। कुछ दिनों तक तो सब ठीक चला, लेकिन कुछ ही समय बाद उसने मौके का फायदा उठाना शुरू कर दिया। शारिक बताते हैं कि जैसे ही वे या उनके भाई मेडिकल से नमाज पढऩे के लिए जाते, वैसे ही उनका कर्मचारी छात्र पहले तो फ्रीज में से केडबरी चॉकलेट निकाल कर खाता और फिर मौका देखकर केश काउंटर से नकद रुपये निकाल कर अपने पर्स में रख लेता।
ऐसे हुआ इस मामले का खुलासा
संचालक शारिक के अनुसार रोजाना हो रही चोरी की उन्हें भनक ही नहीं लग पाई थी। एक अन्य कारण से उन्होंने दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगवाया और उसकी निगरानी करने पर छात्र की उस समय की गतिविधियां संदिग्ध नजर आने लगी, जब मेडिकल पर कोई नहीं होता था। इस पर उन्होंने करीब से उस पर निगाह रखी तो यह खुलासा हुआ कि उनका भरोसेमंद कर्मचारी ही रोजाना उन्हें चपत लगा रहा है। दुकान से रोज चोरी होने की पुष्टि होने पर संचालक ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया है।
इसलिए हुआ छात्र चोरी करने मजबूर
छात्र ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसको जब-जब मौका मिलता था, तब-तब वह 800 से 1200 रुपये केश काउंटर से निकाल लेता था। उसको खुद याद नहीं कि उसने अभी तक कितनी राशि निकाली है। मेडिकल संचालक के मुताबिक छात्र ने करीब 50 हजार नकद, दवाई, मास्क सैनिटाइजर और कंडोम चुराए हैं। वह उसकी गर्लफ्रेंड को दुकान से फ्री दवाइयां, सेनेटरी पैड, केडबरी की महंगी चॉकलेट, सैनिटाइजर पन्नी में पेक करके देता था। धीरे-धीरे वह इतना शातिर हो गया था कि वह केश काउंटर में पहले 20, 50 का नोट या फिर कागज का टुकड़ा डालता है जिससे किसी को समझ में न आए या किसी को उस पर शक न हो। उसके बाद वो सभी प्रकार के छोटे-बड़े नोट काउंटर से निकलता था।